शेव करना अब पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की डेली स्किन रूटीन का भी हिस्सा बनता जा रहा है. चेहरे को शेव करने से बालों के अलावा, डेड सेल्स रीमूव होते हैं जिससे स्किन को एक नैचुरल ग्लो मिलता है.
चेहरे पर शेव करने से पहले अपनी स्किन टाइप और चेहरे के बालों को जरूर जान लें. चेहरे पर दो प्रकार के बाल होते हैं, वेल्लस और टर्मिनल. वेल्लस बाल आपके चेहरे और शरीर के ज्यादा हिस्से को कवर करते हैं। ये शरीर के तापमान को मेनटेन करता है और पसीने को सूखने में मदद करते हैं. ये बाल काफी महीन होते हैं. आप अपने गालों, माथे, ऊपरी और निचले होंठ, गर्दन, ठुड्डी और साइड बर्न एरिया पर इन बालों को देख सकते हैं। टर्मिनल बाल गहरे काले और घने होते हैं। कुछ महिलाओं के ऊपरी और निचले होंठ, साइडबर्न, गर्दन और ठुड्डी पर टर्मिनल बाल होते हैं।
ये भी देखें - गिरते बालों से हैं परेशान, ट्राई कीजिए लाल प्याज़ का रस और भृंगराज, किसी वरदान से कम नहीं ये नुस्खा
हाथ में रेजर उठाने से पहले अपनी स्किन की जरूर जांच कर लें. अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है या आपको एक्जिमा, सोरायसिस या मुंहासे जैसी परेशानियां हैं, तो आपको शेविंग से जलन हो सकती है। इससे इंफेक्शन भी हो सकता है। ऐसी स्किन जिस पर रेड पैच हैं शेव न करें. ड्राई स्किन को शेव करने के तुरंत बाद स्किन को मॉइश्चराइज कर लें. ड्राई स्किन को शेव करने से स्किन में इचिंग हो सकती है.
अगर आपकी बॉडी पर नॉर्मल से ज्यादा बाल हैं तो इसके पीछे जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर से पूरा चेकअप करवाएं. PCOD, PCOS, मेनोपॉज, कुशिंग सिंड्रोम भी बालों की अनचाही ग्रोथ का कारण हो सकते हैं.