Eid ul-Adha 2023: कैसे हुआ आपकी पंसदीदा बिरयानी का जन्म, दिलचस्प है इसका इतिहास

Updated : Jun 28, 2023 18:18
|
Editorji News Desk

Eid ul-Adha 2023: बिरयानी (Biryani) का नाम सुनते ही मुंह में पानी ना आए ऐसा नहीं हो सकता. बिरयानी का स्वाद जितना मज़ेदार है उतना ही मज़ेदार इसका इतिहास भी है.

बिरयानी का नामकरण (Biryani Origin)

इतने चाव से आप जिस बिरियानी को खाते हैं सबसे पहले ये तो जान लीजिये कि उसका नामकरण कैसे हुआ. बिरयानी शब्द पर्शियन शब्द ‘बिरियन’ और ‘बिरिंज’ से बना है ‘बिरियन’ का मतलब है ‘कुकिंग से पहले फ्राई’ और ‘बिरिंज’ का मतलब है 'चावल'.

राजा तैमूर लेकर आए बिरयानी

बिरयानी से जुड़ी कई सारी कहानियां मशहूर हैं. कुछ का मानना है कि लगभग साल 1398 के आसपास तर्क-मंगोल राजा तैमूर भारत में बिरयानी लाया था.

मालाबार कोस्ट में भी है बिरयानी का इतिहास

एक और कहानी बिरयानी के इतिहास को, भारत के दक्षिणी मालाबार कोस्ट की ओर ले चलती है. ‘उन सोरू’ नाम से चावल और मांस के एक मसालेदार मिश्रण का जिक्र तमिल लिटरेचर में भी मिलता है. 

मुमताज़ महल को जाता है बिरयानी का श्रेय

जो कहानी सबसे ज़्यादा प्रचलित है उसके अनुसार बिरयानी को भारत में लाने का श्रेय मुगल बादशाह शाहजहां की बेगम मुमताज़ महल को जाता है. जिन्होंने अपने बावर्चियों को कमज़ोर हो रहे सैनिकों के लिए कोई ऐसी डिश बनाने के लिए कहा जो उन्हें संतुलित आहार दे सके. उसके बाद चावल और मीट मिलाकर एक डिश तैयार की गई और इस तरह हुआ बिरयानी का जन्म. समय के साथ ये शाही मुगल रसोइयों में और भी बेहतरीन होती चली गयी.

यह भी देखें: Eid-Al-Adha/Bakrid 2023: आखिर क्यों दी जाती है बकरीद पर बकरे की कुर्बानी? जानिए इसके पीछे की कहानी

Eid al-Adha 2021

Recommended For You

editorji | लाइफ़स्टाइल

Egg Recipe: अदिति राव हैदरी ने शेयर की अंडे की ये स्पेशल रेसिपी, ब्रेकफास्ट के लिए है परफेक्ट

editorji | लाइफ़स्टाइल

Jackfruit Day 2024: पहली बार इस आइलैंड में की गई थी कटहल उगाने की कोशिश, यहां से लिया गया फल का नाम

editorji | लाइफ़स्टाइल

गुजराती रस्म के लिए राधिका ने पहना पिंक बांधनी लहंगा, खूबसूरती देख रह आप भी हो जाएंगे कायल

editorji | लाइफ़स्टाइल

अनंत और राधिका की शादी की रस्म में ईशा और श्लोका का दिखा ट्रेडिशनल लुक, चुराई लाइमलाइट

editorji | लाइफ़स्टाइल

Ashadha Gupt Navratri 2024: जानें गुप्त नवरात्रि में किस वाहन पर सवार होकर आएंगी माता रानी