ICMR Guidelines on Powder Masala: ICMR ने हाल ही में भारतीयों के लिए 17 हेल्थ और डायट्री गाइडलाइन्स जारी किए हैं. उनमें से एक है कि पाउडर वाले मसालों के बजाय साबुत मसालों का इस्तेमाल करना.
गाइडलाइन्स में कहा गया है कि पाउडर वाले मसालों में मिलावट की संभावना ज्यादा होती है, लेकिन साबुत मसाले रंग, आकार और बनावट में एक जैसे होते हैं.
ICMR का कहना है कि पाउडर वाले मसालों में नैचुरल टॉक्सिन्स और कैमिकल सही लेवल से ज्यादा होते हैं, जो पैकेज्ड या पाउडर मसालों को असुरक्षित बना देते हैं. इसलिए, हमें खाना पकाने के लिए साबुत मसाले इस्तेमाल करने चाहिए.
इससे पहले ICMR ने अपनी गाइडलाइन्स में गन्ने के जूस के सेवन को लेकर चेतावनी जारी की थी. ICMR के अनुसार, गन्ने के जूस में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जो हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है.
100 मिलीलीटर गन्ने के जूस में लगभग 13-15 ग्राम शुगर होती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक एडल्ट को दिन में 30 ग्राम से ज्यादा शुगर का सेवन नहीं करना चाहिए, जबकि बच्चों के लिए यह सीमा 24 ग्राम है. ऐसे में, अगर आप दिन में एक बार भी गन्ने का जूस पीते हैं, तो आप अपनी डेली शुगर लिमिट के करीब पहुंच जाते हैं.
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