Study on Long Covid: कोरोना का संक्रमण (Covid-19 infection) ठीक होने के बाद भी संक्रमितों का पीछा नहीं छोड़ रहा है. हेल्थ जर्नल लैंसेट (Lancet journal) की स्टडी के मुताबिक, कोरोना से ठीक हुए मरीजों में 2 साल बाद भी कोरोना का कोई न कोई एक लक्षण (corona symptoms) अभी भी मौजूद है. द लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन (The Lancet Respiratory Medicine) में छपी स्टडी बताती है कि, कोरोना से ठीक होने के दो साल बाद भी 50 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिनमें लक्षणों का असर अब भी बना हुआ है.
ये भी देखें: MonkeyPox: इंसानों में आई बंदर वाली बीमारी, जानें क्या है ये नई प्रॉब्लम
लॉन्ग कोविड (severity of long covid) की गंभीरता का पता लगाने के लिए रिसचर्स ने 7 जनवरी से 29 मई 2020 तक कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए 1,192 मरीज़ों के आंकड़ों को एनालाइज़ किया. जिसमें पाया कि, करीब 55% लोगों में संक्रमण के दो साल बाद भी कोई ना कोई परेशानी बनी हुई थी जबकि 68 प्रतिशत मरीज़ों ने 6 महीने बाद तक कई तरह के हेल्थ कॉम्प्लिकेशंस के बार में जानकारी दी.
स्टडी के मुताबिक, मरीजों में थकान और मांसपेशियों में कमजोरी की शिकायत सबसे आम थी. इसके अलावा कुछ ऐसे भी मरीज़ थे जिनमें एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षण थे
लैंसेट ने सुझाव दिया कि लॉन्ग कोविड के असर और प्रभाव के बारे में जानकारी जुटाने की तुरंत जरूरत है, ताकि लॉन्ग कोविड के खतरे को कम किया जा सके. साथ ही ठीक हुए मरीजों की लंबे समय तक निगरानी की जाए, जिससे ये पता चल सके कि मरीज पूरी तरह से कब तक ठीक होंगे.