मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ने कैंसर के रिअकरेंस को रोकने के लिए एक डिस्कवरी की है. इसके लिए उनके दस साल के रिसर्च ने मरीजों में दोबारा कैंसर होने से रोकने के लिए एक टैबलेट तैयार की है, जो रेडिएशन और कीमोथेरेपी जैसे ट्रीटमेंट से होने वाले एडवर्स इफेक्ट्स को कम करेगी.
एनडीटीवी से बात करते हुए, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के सीनियर कैंसर सर्जन, डॉ. राजेंद्र बडवे ने बताया कि इसके लिए कैसे चूहों पर रिसर्च की गई, जिसके बाद प्रो-ऑक्सीडेंट टैबलेट बनाई गई, जिसे खाने से कैंसर सैल्स को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी और पेसेंट के बॉडी में कीमोथेरेपी के प्रभाव भी कम होंगे.
स्टडी से पता चला कि डाइिंग कैंसर सैल्स क्रोमैटिन पार्टिकल्स रिलीज करती हैं, जो ब्लड फ्लो के जरिए से हेल्दी सैल्स तक पहुंच सकते हैं और उन्हें कैंसरग्रस्त बना सकते हैं.
इसे रोकने के लिए साइंटिस्ट्स ने चूहों को रेस्वेराट्रोल और कॉपर (R+Cu) से कंसिस्ट प्रो-ऑक्सीडेंट टैबलेट दी है. R+Cu टैबलेट ऑक्सीजन रेडिकल्स प्रोड्यूस करते हैं, जो इन क्रोमैटिन पार्टिकल्स को खत्म करने का काम करेंगेय
'आर+सीयू का जादू' कहे जाने वाली इस टैबलेट से कैंसर के ट्रीटमेंट से होने वाले साइड इफेक्टस को लगभग 50% तक कम करने की उम्मीद है और यह कैंसर रिकरेंस को लगभग 30% तक रोकने में प्रभावी है. यह टैबलेट पैंक्रियास, लंग्स और ओरल कैविटी कैंसर के इलाज के लिए असरदार हो सकती है.
हालांकि, इस टैबलेट को अभी फूड सेफ्टी एंड स्टैंटर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) से अप्रूवल नहीं मिली है. अप्रूवल मिलने के बाद उम्मीद है कि ये टैबलेट जून या जुलाई तक दुकानों में सिर्फ 100 रुपये में मिलेंगी.
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर की कुछ सैल्स अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती हैं. वहीं, कैंसर के भी कई टाइप होते हैं. इनमें ब्रेस्ट कैंसर से लेकर ब्रेन कैंसर तक शामिल है. हालांकि, कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं, लेकिन वेट लॉस, थकान, दर्द और त्वचा में बदलाव सामान्य सिमट्स हैं. इसलिए आपको फुल बॉडी चेकअप जरूर करवाना चाहिए.
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