Covid and Lung Damage: क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर की हालिया स्टडी से पता चलता है कि कोविड-19 से उबरने वाले भारतीयों को यूरोपीय और चीन के लोगों की तुलना में फेफड़ों की ज्यादा गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
स्टडी में पाया गया कि ये लक्षण कुछ मामलों में एक साल तक बने रह सकते हैं, जबकि अन्य को फेफड़ों के फंक्शन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. भारतीयों के लिए हुई ये रिसर्च लंग हेल्थ और बाकि लाइफ की क्वालिटी पर Covid-19 के लॉन्ग टर्म रिजल्ट पर प्रकाश डालती है.
एक दूसरी स्टडी के अनुसार अस्पताल में भर्ती लोगों ने इस साल के अंदर कोविड की वजह दम तोड़ दिया.
2023 में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा की गई एक स्टडी से पता चला कि अस्पताल में भर्ती होने वाले कोविड-19 में से लगभग 6.5% व्यक्तियों ने अगले वर्ष के भीतर इस बीमारी से दम तोड़ दिया. यह मृत्यु दर विश्व स्तर पर देखे गए आंकड़ों के अनुसार दी गई.
स्टडी में 31 अस्पतालों में 14,419 रोगियों के डेटा को एनालाइज किया गया, जिसमें सितंबर 2020 से अस्पताल में भर्ती व्यक्ति शामिल थे. इन मामलों में संक्रमण का कारण ओरिजनल स्ट्रेन, डेल्टा या ओमिक्रॉन को माना गया था.
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