Dementia in India: एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2050 तक भारत में डिमेंशिया के मामले 197 प्रतिशत यानि लगभग दोगुने तक बढ़ सकते हैं वहीं दुनिया में साल 2050 तक इसके मामले 3 गुना हो सकते हैं. 'द लैंसेट पब्लिक हेल्थ' में छपी स्टडी में कहा गया है कि भारत में 2050 में डिमेंशिया के मामले 1 करोड़ 14 लाख तक पहुंच सकते हैं. वहीं, 2019 में, भारत में कुल 38 लाख 43 हज़ार 118 डिमेंशिया के मामले सामने आए.
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रिसर्चर्स के मुताबिक, भारत में बढ़ती उम्र और घटती प्रजनन दर की वजह से बुज़ुर्गों की संख्या बढ़ रही है और साल 2050 तक 60 साल की उम्र वाले लोगों का कुल जनसंख्या का 19.1 प्रतिशत होने का अनुमान है. जनसंख्या की इस उम्र के बढ़ने के साथ ही डिमेंशिया के मामले भी बढ़ सकते हैं. अपनी रिपोर्ट में रिसर्चर्स ने आगे जोड़ा है भारतीय आबादी में डायबिटीज़, हाई ब्लडप्रेशर और मोटापा जैसे फैक्टर असर डाल सकते हैं.
स्टडी के मुताबिक, दुनिया भर में पुरुषों की तुलना में महिलाएं डिमेंशिया से ज़्यादा प्रभावित हैं और ये पैटर्न 2050 तक जारी रहेगा. बता दें कि डिमेंशिया एक ऐसा सिंड्रोम है जो किसी व्यक्ति की याददाश्त, सोच, तर्क और निर्णय लेने की क्षमता को ख़राब कर देता है.
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WHO की सलाह है कि, नियमित एक्सरसाइज़, स्मोकिंग और ड्रिकिंग नहीं करनें, वज़न को कंट्रोल, हेल्दी डायट और हेल्दी ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखकर इसके खतरे को कम किया जा सकता है.
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