Heart Attack due to Emotional Eating: कम्फर्ट फूड, इमोशनल फूड (emotional food) या आप इसे जो भी कहना चाहें एक नई स्टडी (study) के अनुसार, ये कैलोरी (calorie) से ज़्यादा आपके दिल (heart) को नुकसान पहुंचा सकता है.
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ये स्टडी यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में पब्लिश हुई और इसमें पाया गया कि किसी भी भावनात्मक वजह से खाया गया ज़्यादा खाना चाहे वो गुस्सा में हो या उदासी में, दिल की समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है.
यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ नैन्सी, फांस की रिसर्च टीम ने 13 साल तक 1,109 पार्टिसिपेंट्स पर उनके भावनात्मक खाने की आदतों के आधार पर स्टडी की. स्टडी में पाया गया कि इमोश्नल इटिंग से आर्टरीज़ यानी धमनियां सख़्त हो जाती हैं जो आम तौर पर दिल के दौरे और स्ट्रोक का कारण बनती हैं. इसमें ये भी कहा गया है कि जहां तनाव दिल की समस्याओं के जोखिम को 32% बढ़ाता है, वहीं इमोशनल ईटिंग इसे 38% तक बढ़ा देता है.
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