Fast Eating or Slow Eating: खाना सामने आते ही क्या आप तुरंत प्लेट सफा चट कर जाते हैं? तो संभल जाएं, क्योंकि जल्दी जल्दी खाने से कई प्रॉब्लम्स हो सकती हैं और एक्सपर्ट्स भी स्लो इटिंग (Slow Eating) करने की सलाह देते हैं.
पाचन समस्याएं
जल्दी जल्दी खाना खाने से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और पेट में गैस और एसिडिटी जैसे समस्याएं होनी शुरू हो सकती हैं.
वेट गेन
अगर हम जल्दी जल्दी खाना खाते हैं तो हमें खाने की भूख का एहसास नहीं होता है और हम ज्यादा मात्रा में खाना खा लेते हैं जो आखिर में वेट गेन का कारण बनता है.
नुट्रिएंट्स अब्सॉर्प्शन
जल्दी जल्दी खाना खाने से हमारे शरीर को खाने से मिलने वाले पोषक तत्वों का पूरी तरह से फायदा नहीं मिल पाता क्योंकि जल्दी खाने से फूड को अच्छे से पचने और अब्सॉर्ब करने का समय नहीं मिल पाता.
ब्लोटिंग
जल्दी खाना खाने से पेट में गैस भर जाती है और पेट फूल जाता है जिससे ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है.
एसिड रिफ्लक्स
जल्दी जल्दी खाना खाने से एसिड रिफ्लक्स की समस्या भी हो सकती है जिसमे पेट में से एसिड ऊपर आता है और चेस्ट में जलन हो सकती है.
पाचन बेहतर
धीरे-धीरे खाना खाने से पाचन तंत्र को सही से काम करने का मौका मिलता है और पेट की समस्याओं से बचा जा सकता है.
वेट कंट्रोल
स्लो ईटिंग से भूख का एहसास सही समय पर होता है और हम कम मात्रा में खाना खाते हैं जो वेट कंट्रोल में मदद करता है.
माइंडफुल ईटिंग
स्लो ईटिंग करते समय हम अपने खाने को सही तरीके से चबाते हैं और खाने का पूरा आनंद लेते हैं जो मन को शांत रखता है.
पोर्शन कंट्रोल
स्लो ईटिंग से हमें खाने का मात्रा का अनुमान लगाना आसान होता है और हम अपने मील की मात्रा को कंट्रोल कर सकते हैं.
खाना एंजॉय करते हैं
धीरे धीरे खाना खाने से हम खाने का आनंद उठा सकते हैं और खाने को पूरा अनुभव कर सकते हैं जो मेन्टल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है.
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