Cancer: पीरियड्स के दौरान भारत की 4 में से 3 लड़कियां सैनिटरी पैड (sanitary pads) का इस्तेमाल करती हैं. सैनिटरी पैड पर्यावरण (environment) पर तो बोझ है ही लेकिन अब एक नई स्टडी (study) में सामने आया है कि सैनिटरी पैड से कैंसर (cancer) का भी ख़तरा हो सकता है और इसके साथ ही लगातार पैड का इस्तेमाल करने से बांझपन (infertility) भी हो सकता है.
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इस स्टडी को टॉक्सिक लिंक्स नाम के NGO ने भारत में मिलने वाले 10 सेनिटरी पैड ब्रैंड पर किया है. जिसमें सामने आया कि सैनिटरी पैड्स में कई गंभीर कैमिकल जैसे कारसिनेजन, रिप्रोडक्टिव टॉक्सिन, एंडोक्राइन डिसरप्टर्स और एलरजींस पाए गए जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं.
साथ ही सभी सैंपल्स में थैलेट (phthalates) और वोलेटाइल ऑर्गेनिक कंपाउंड (VOCs) के तत्व मिले है जो कैंसर के सेल्स बनाने के योग्य होते हैं.