Indoor Air Pollution: ऐसा बिल्कुल भी नहीं कि सिर्फ घर से बाहर निकलने पर ही आप वायु प्रदूषण के संपर्क में आते हैं, बल्कि घर के अंदर भी वायु प्रदूषण होता है. जितना खतरनाक घर के बाहर का वायु है उतना ही खतरनाक इनडोर भी है. घर के अंदर प्रदूषण से आपको आंख, नाक और गले में जलन, सिरदर्द, चक्कर और थकान जैसी परेशानियां हो सकती हैं. चलिये बताते हैं कि घर के अंदर के प्रदूषण को कैसे काफी हद तक कम किया जा सकता है.
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घर को सजाने के लिए आर्टिफिशियल डेकोरेटिव्स की जगह अधिक से अधिक पौधें लगाएं. इसके लिए आप एरेका पाम, स्नेक और मनी प्लांट जैसे पौधों को लगाएं. घर और बालकनी में पौधे लगाने से अंदर के प्रदूषण को कम किया जा सकता है.
अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो कोशिश करें कि आप घर के अंदर ना करें और इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित करें कि मॉर्टिन कॉयल और ऐसी दूसरी जहरीली गैसों को जलाने से बचा जाए. क्योंकि ये सांस से जुड़ी परेशानी के कारण बन सकते है.
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घर के अंदर के प्रदूषण को कम करने के लिए आप ये ज़रूर सुनिश्चित करें कि रेफ्रिजरेटर, एसी और माइक्रोवेव ओवन जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नियमित अंतराल पर सर्विसिंग होती रहे. क्योंकि अगर इनकी समय-समय पर सर्विसिंग नहीं होती है तो ये हानिकारक गैसों को उत्सर्जित कर सकते हैं.
घर में डस्टिंग को रूटीन का हिस्सा बनाएं. क्योंकि, आप बेशक नियमित रूप से घर में रखे सामान और फर्श पर झाड़ू-पोछा कर उसकी सफाई कर लेते हैं लेकिन घर के कोने, फर्नीचर्स के नीचे अक्सर सफाई नहीं हो पाती है.
घर पर कीटनाशकों का इस्तेमाल जितना हो सके कम करें. इसके बजाय बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अधिक करें. घर में अच्छी खुशबू के लिए रूम स्प्रे की जगह आप फ्रेश फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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