Heart Attacks in Winter: सर्दियां आते ही हमें दिल से जुड़ी बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल जाती है. हालही में एक हेल्थ एक्सपर्ट (health experts) ने बताया कि सर्दियों में ब्लड वेसेल्स सिकुड़ (blood vassels) जाती हैं जिससे ब्लड प्रेशर (blood pressure) बढ़ जाता है और ये दिल का दौरा या स्ट्रोक (heart attack or stroke) का कारण बनता है.
डॉ. सुधीर ने एक मरीज़ के इलाज काे अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया, जिसे ठंडे पानी से नहाने की वजह से स्ट्रोक हो गया था, मरीज़ की उम्र 68 साल थी और करीब 26 घंटे तक बोलने में असमर्थ थे. उन्होंने बताया कि, ठंडे पानी में नहाने से शरीर का तापमान अचानक कम हो जाता है जिससे पेरिफेरल वैस्कुलर रेजिस्टेंस बढ़ जाता है, और ये स्थिति तेज़ी से ब्लड प्रेशर को बढ़ा देती है जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक हो सकता है.
अचानक से ठंडे पानी के संपर्क में आने के कारण मायोकार्डियल इन्फार्कशन जैसी स्थितियों का खतरा हो सकता है. पैरॉक्सिस्मल एट्रियल फाइब्रिलेशन (AF) की घटना की दर मौसम के अनुसार बदलती रहती है और सर्दियों के दौरान सबसे अधिक और गर्मियों में सबसे कम होती है. और, एट्रियल फाइब्रिलेशन स्ट्रोक के लिए एक आम रिस्क फैक्टर है खासकर बुज़ुर्गों और अधिक ब्लड प्रेशर वाले लोगों में.
इसके अलावा, डॉक्टर ने बताया कि सलाह दी है कि नहाने के लिए हमेशा हमेशा हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें. पानी का तापमान न तो बहुत अधिक हो, न बहुत कम. क्योंकि ज़्यादा गर्म पानी से नहाना भी स्किन की नमी के बैलेंस को प्रभावित कर देतीहै.