IDIOT Syndrome को "Internet Derived Information Obstructing Treatment" के नाम से भी जाना जाता है. यह एक मॉडर्न समस्या है जो तब होती है जब लोग इंटरनेट पर मौजूद अधूरी या गलत जानकारी के आधार पर खुद दवाईयां लेने की कोशिश करते हैं. आजकल ये समस्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि आजकल हर किसी के पास इंटरनेट है और वे बिना एक्सपर्ट की सलाह के ही अपनी हेल्थ प्रॉब्लम्स के लिए सॉल्यूशन ढूंढने की कोशिश करते हैं.
अधूरी जानकारी पर निर्भरता: इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी को पूरी तरह सही मान लेना.
सेल्फ मेडिकेशन: डॉक्टर की सलाह के बिना खुद ही इलाज करने की कोशिश करना.
डॉक्टर की सलाह न मानना: डॉक्टर की सलाह को नज़रअंदाज़ करना और इंटरनेट पर मिली जानकारी को प्राइरिटी देना.
गलत दवाइयों का सेवन: इंटरनेट पर मिली जानकारी के आधार पर गलत दवाइयों का सेवन करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
देर से इलाज: सही समय पर डॉक्टर के पास न जाने से बीमारी और भी गंभीर हो सकती है.
स्ट्रेस: इंटरनेट पर मिली गलत जानकारी से बेकार में तनाव और चिंता हो सकती है.
फाइनेंशियल लॉस: गलत इलाज पर पैसे खर्च करने से आर्थिक हानि हो सकती है.
ऑथेंटिक सोर्थ: स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए हमेशा ऑथेंटिक वेबसाइटों का इस्तेमाल करें.
डॉक्टर से सलाह लें: किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें.
सेल्फ मेडिकेशन से बचें: बिना एक्सपर्ट की सलाह के कोई भी इलाज या दवा न लें.
समझदारी से इंटरनेट का यूज़ करें: इंटरनेट का यूज़ करते समय समझदारी से जानकारी का विश्लेषण करें और उसे डॉक्टर से शेयर करें.
IDIOT Syndrome एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, जिसे रोकने के लिए सही जानकारी का चुनाव करना और एक्सपर्ट की सलाह का पालन करना जरूरी है. इससे न केवल स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है, बल्कि समय और पैसे की भी बचत होती है.