Lactose Intolerance: 2015 में की गई से पता चलता है कि चार में से तीन भारतीय लैक्टोज इन्टॉलरेंट हैं. हममें से ज्यादातर लोग सदियों से इससे पीड़ित होने के बावजूद भी लैक्टोज इन्टॉलरेंस के बारे में नहीं जानते हैं.
लैक्टोज इन्टॉलरेंस एक डाइजेस्टिव डिसऑर्डर है जहां शरीर लैक्टोज को ठीक से पचा नहीं पाता है, जो दूध और डेयरी उत्पादों में पाई जाने वाली एक प्रकार की चीनी है. लैक्टोज इन्टॉलरेंस से जुड़े लक्षणों में ब्लोटिंग, डायरिया, गैस, पेट में ऐंठन और जी मिचलाना शामिल है.
लैक्टोसे-फ्री प्रॉडक्ट्स
लैक्टोज-फ्री मिल्क और डेरी प्रोडक्ट्स का यूज़ करें. यह खासतौर पर तैयार किये जाते हैं ताकि लाक्टोज रिमूव हो सके.
प्लांट-बेस्ड मिल्क
बादाम का दूध या कोकोनट मिल्क जैसे प्लांट-बेस्ड ऑप्शन्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकत हैं यह हेल्दी और लाक्टोज-फ्री होते हैं.
लेबल्स ध्यान से पढ़ें
मार्केट से ख़रीदे गए पैकेज्ड फूड्स के लेबल्स ज़रूर चेक करें. कई बार डेरी इंग्रेडिएंट्स हिडन होते हैं.
कैल्शियम-रिच फूड्स
लेक्टोसे-फ्री कैल्शियम सोर्स अपनी डाइट में शामिल करें जैसे पत्तेदार हरी सब्जियां, बादाम, टोफू और ऑरेंज जूस और सीरियल्स.
विटामिन डी
विटामिन डी रिच फूड्स और सप्लीमेंट्स भी ज़रूरी हैं क्योंकि यह कैल्शियम अब्सॉर्प्शन में मदद करते हैं.
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