एक अच्छी डायट हर किसी के लिए बेहद ज़रूरी है लेकिन ये प्रेगनेंट महिलाओं और उन लोगों के लिए और भी अधिक ज़रूरी हो सकता है जो बेबी कन्सीव करने की कोशिश कर रहे हैं.
यूके की एक स्टडी में सामने आया है कि बेबी कंसेप्शन से पहले या प्रेगनेंसी के दौरान सही डायट ली जाए तो इससे होने वाले बच्चे में मोटापा (obesity) का खतरा कम होता है. स्टडी के मुताबिक, 8-9 साल के उम्र के बच्चों में मोटे होने का खतरा अधिक होता है अगर प्रेगनेंसी के दौरान या उससे पहले उनकी मां ने न्यूट्रिशन से भरपूर हेल्दी डायट नहीं ली होती है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबीसिटी (International Journal of Obesity) में छपी स्टडी के लिए लगभग 3 हज़ार मां-बच्चे के जोड़े का विश्लेषण किया गया.
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ये सर्वे तब शुरू किया गया जब महिलाएं बेबी कंसीव करने की कोशिश कर रहीं थी और ये बच्चे के 8-9 साल पूरा होने तक चला. जिसके हिसाब से उन्हें 5 डायट ग्रुप में रखा गया. जिन महिलाओं की शिक्षा कम थी या जो कंसेप्शन के पहले स्मोकिंग करती थीं और जिनका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) अधिक था, उन्हें उनके बच्चे के साथ ‘खराब’ डायट ग्रुप में रखा गया.
एक अनुमान के अनुसार, चीन के बाद भारत दुनिया में दूसरे नंबर का देश है, जहां लगभग 15 प्रतिशत बच्चे मोटापे का शिकार हैं. बचपन में होने वाला मोटापा लंबे समय तक चलने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है जो बड़े होने पर और बढ़ जाता है.
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रिसर्चर्स का कहना है कि ये स्टडी बताती है कि बच्चों में शुरुआत से ही और माताओं के गर्भधारण करने या उससे पहले ही जितनी जल्दी डायट का सही ध्यान रखा जाएगा तो बच्चों में मोटापे का रिस्क उतना ही कम हो सकता है.
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