National Nutrition Week 2022: आज की बिज़ी और भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल में हमारी बॉडी सही से फंक्शन करे इसके लिए ज़रूरी है कि शरीर को सही न्यूट्रिशन मिले. न्यूट्रिशन की कमी कई बीमारियों का कारण है. इन्हीं न्यूट्रिएंट्स की ज़रूरतों और कमी के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 1 से 7 सितंबर तक नेशनल न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है.
ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लिस्ट में शामिल 116 देशों में भारत का स्थान 101वें नंबर पर है और देशभर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण भुखमरी है.
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रिपोर्ट बताती है कि भारत की 14 प्रतिशत आबादी कुपोषित है. अपर्याप्त खाद्य आपूर्ति, अल्पपोषण और भूख बीमारियों को बुलावा दे सकती हैं.
नेशनल न्यूट्रीशन वीक (National Nutrition Week) का इतिहास भारत में करीब 4 दशक पुराना है. साल 1982 में भारत सरकार ने पहली बार सप्ताह भर लंबे अभियान की शुरुआत की. यह अभियान लोगों को पोषण के महत्व के बारे में बताने, जागरुक करने और उन्हें एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बनाया गया था.
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ओवरऑल हेल्थ और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए हर किसी को बैलेंस और न्यूट्रीशन वाली डायट लेनी ज़रूरी है. इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाये रखने के लिए कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, फाइबर और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व को अपनी डायट का हिस्सा बनाएं. क्योंकि क्या है ना कि ज़िन्दगी में कितनी ही सुविधायें और ऐशो आराम क्यों ना हो, अगर आपकी हेल्थ सही नहीं है तो उन सब चीज़ों का कोई फायदा नहीं रह जाता.