गर्मियां यानि मच्छर (Mosquito diseases) और मच्छरों के साथ मलेरिया (Malaria), डेंगू (Dengue) जैसी बीमारियां. राहत की बात ये है कि कभी ख़त्म ना होने वाले मच्छरों पर शिकंजा कसने का तरीका ढूंढ लिया गया है. अब मच्छर काटेंगे (Mosquito bite) भी नहीं और ख़ुद अपनी आबादी को बर्बाद भी करेंगे.
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अमेरिका के फ्लोरिडा में एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन अजेंसी (Environmental Protection Agency) के वैज्ञानिकों ने मच्छरों के जरिए मच्छरों का इलाज खोज लिया है. वैज्ञानिकों ने मच्छरों के जीन्स में बदलाव कर उन्हें ऐसा बना दिया है कि वो नर मच्छर ही पैदा कर पाएं. फिर ऐसे मच्छरों के अंडों को फ्लोरिडा में फैला दिया गया. लक्ष्य था कि धीरे-धीरे मादा मच्छरों की तादाद कम कर दी जाए क्योंकि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका जैसी बीमारियां मादा एनाफ्लीज़ से ही फैलती हैं. एक साल बाद इस प्रयोग के नतीजे जारी किए गए. ये प्रयोग काफी हद तक सफल रहा.
बता दें कि मलेरिया के इलाज़ के लिए अभी तक कोई सटीक दवा या वैक्सीन नहीं है. पिछले साल ही विकसित किए गए आरटीएस, एस/एएस01 मलेरिया के सबसे अच्छे टीके हैं. लेकिन ये कुछ ही समय तक लोगों को सुरक्षा देते हैं.