International Dyslexia Awareness Month: राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट से लेकर देश के ऐतिहासिक स्मारकों को लाल रंग में रंग दिया गया. दरअसल अक्टूबर के महीने में अन्तर्राष्ट्रीय डिस्लेक्सिया जागरूकता माह मनाया जाता है, जिसके लिए 'गो रेड अभियान' शुरू किया गया है.
इस आयोजन का लक्ष्य भेदभाव को खत्म करना, सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना और डिस्लेक्सिया और बाकि लर्निंग डिस्ऑर्डर से जुड़े स्टिग्मा को मिटाना है. बता दें कि डिस्लेक्सिया एक लर्निंग डिसेबिलिटी है, जिसमें लोगों को पढ़ने लिखने में दिक्कत होती है.
डिस्लेक्सिया एक प्रकार की शिक्षा-विकृति है जिसमे अक्षरों के पढ़ने और लिखने में मुश्किल होती है. जो व्यक्ति डिस्लेक्सिया से प्रभावित होते हैं वे अक्षर को सही से पढ़ और लिख नहीं सकते हैं जिसका असर उनकी पढ़ाई और जीवन के अन्य कामों पर पड़ता है.
डिस्लेक्सिया के लक्षण व्यक्ति की उम्र के अनुसार बदलते हैं. छोटे बच्चों में इसका पता लगाने में मुश्किल होती है लेकिन कुछ आम लक्षण होते हैं जैसे कि-
डिस्लेक्सिक बच्चे अक्षरों को उल्टा पढ़ते हैं, भूल जाते हैं या गलत अक्षरों को मिला देते हैं.
डिस्लेक्सिक बच्चे पढ़ने में मुश्किल महसूस करते हैं. उनको समझने में समस्या होती है.
बच्चे को समझना मुश्किल हो सकता है कि किस अक्षर को कहा पर लगाना चाहिए और कैसे वाकया बनाया जाता है.
डिस्लेक्सिक व्यक्ति को आवाज़ को सही से सुनने में समस्या होती है जिसके कारण उनको शब्द और अक्षर अलग दिख सकते हैं.
बच्चों में याददाश्त कमजोर हो सकती है और वे पढ़े हुए अक्षर या शब्दों को याद नहीं रख पाते हैं.
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