क्या आपको भी मीट खाना बहुत अधिक पसंद है तो सावधान हो जाइये! क्योंकि क्लिनिकल न्यूट्रिशन जर्नल में छपी एक स्टडी के मुताबिक, रेड मीट अधिक खाने से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज़ (NAFLD) का खतरा बढ़ जाता है.
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स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने 20 साल की अवधि में 78 हज़ार वॉलंटियर्स की जांच की, स्टडी के दौरान, उनका लाइफ स्टाइल और डायट से जुड़े सवाल-जवाबों के आधार पर जानकारी जुटाई गई. टीम ने पाया कि जिन लोगों ने एक हफ्ते में कम से कम एक बार रेड मीट का सेवन किया उनमें NAFLD का खतरा काफी कम था वहीं उन लोगों के साथ ये बिलकुल ही उल्टा था जो हर दिन या दिन में कई बार रेड मीट खाते थे.
निष्कर्ष बताते हैं कि रेड मीट के सेवन को सीमित करने से NAFLD को रोकने और मैनेज करने में मदद मिल सकती है. NAFLD खतरे को कम करने के लिए रिसर्चर्स ने शुगर, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और सैचुरेटेड फैट्स के निम्न स्तर वाले प्लांट बेस्ड डायट लेने की सिफारिश की है.
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