Type 2 Diabetes: बाज़ार के ज़्यादातर प्रोडक्ट्स (products) में हानिकारक केमिकल्स (chemical) पाए जाते हैं जिनसे आप अनजान हैं. शैंपू, साबुन से लेकर नेल पॉलिश तक, इन प्रोडक्ट्स में थैलेट्स होते हैं, ये एक केमिकल है जो प्लास्टिक को ज़्यादा ड्यूरेबल (durable) बनाने के लिए उपयोग किया जाता है.
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एंडोक्राइन सोसाइटी के जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में इस स्टडी को पब्लिश किया गया कि थैलेट से टाइप 2 डायबिटीज़ का रिस्क जुड़ा है.
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रिसर्चर्स ने बताया कि पश्चिमी देशों में महिलाओं में थैलेट्स का स्तर अधिक होता है और उनमें टाइप 2 डायबिटीज़ विकसित होने के चांसेस 30% से 63% अधिक होते हैं जबकि एशियाई महिलाएं देखा जाए तो सुरक्षित होती हैं.