दुनिया भर में कई महिलाएं अनचाही प्रेगनेंसी से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों (oral contraceptives) का उपयोग करती हैं. हालांकि, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) ने हाल ही में एक स्टडी में प्रोजेस्टोजन (progestogen) के इस्तेमाल और ब्रैस्ट कैंसर के बढ़ते जोखिम (risk) के बारे में बताया है.
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इस स्टडी को पीएलओएस (PLOS) मेडिसिन में पब्लिश किया गया था. ये रिसर्च 9,498 महिलाओं के डेटा (data) पर आधारित है जिन्हें 20 से 40 की उम्र के बीच ब्रैस्ट कैंसर हुआ.
स्टडी में 5 वर्षों तक गर्भनिरोधक गोलियों के उपयोग के बाद ये पाया गया कि 16 से 20 उम्र की महिलाओं में हर 100,000 में से लगभग 8 में और 35 से 39 उम्र की महिलाओं में हर 100,000 में से 265 में ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण थे.
अधिकांश गर्भनिरोधक गोलियों में एस्ट्रोजेन (oestrogen) और प्रोजेस्टोजन (progestogen) होते हैं, जो कि स्तन कैंसर के खतरे को 20-30 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं.
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