Early Puberty: कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) ने लड़कियों में प्यूबर्टी एज (Puberty Age) को बदल दिया है. ये दावा किया है जर्नल ऑफ पीडियाट्रिक एंडोक्रिनोलॉजी ने. इसका मतलब ये कि लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी यानि कि समय से पहले किशोरावस्था के लक्षण दिखाई देने लगे हैं. अर्ली प्यूबर्टी को प्रीकॉशियस प्यूबर्टी (precocious puberty) कहा जाता है. ये वो स्थिति होती है जब एक बच्चे के शरीर में उसके बायोलॉजिकल एज से बहुत पहले ही प्यूबर्टी के बदलाव दिखने लगते हैं.
स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने 124 ऐसी लड़कियों को शामिल किया था जिनमें पहले से ही प्रीकॉशियस प्यूबर्टी के बारे में पता चला था. स्टडी में सामने आया कि कोविड-19 महामारी से 3 साल पहले 66 लड़कियों की स्थिति का पता चला था और उनमें से 58 में सिर्फ एक साल के भीतर ही स्थिति में बदलाव देखा गया था.
हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि ये physical activity की कमी से भी हो सकता है. महामारी की वजह से बच्चों को घरों के अंदर कैद रहना पड़ा था. महीनों तक स्कूल बंद रहने और कोई फिज़िकल एक्टिविटी नहीं होने के चलते उनका मेटाबॉलिज़्म पर असर पड़ा है जिसकी वजह से वज़न बढ़ा है. इसके अलावा, एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऑनलाइन क्लासेज़ की वजह से स्क्रीन टाइम में बढ़ोतरी भी एक कारण हो सकती है.