How to stop stress eating : खाना सिर्फ पेट भरने का काम नहीं करता बल्कि खाना हमें सुकून भी देता है लेकिन कई लोग ज़िंदगी के तनाव (Stress) में जरूरत से ज़्यादा खाने लगते हैं जिसे स्ट्रेस ईटिंग या इमोश्नल ईटिंग (Stress and Emotional Eating) भी कहते हैं. स्ट्रेस होने पर बिना भूख लगे भी लोग खाने लगते हैं और ज़्यादातर जंक फूड (Junk Food) खाते हैं. इस तरह खाने से तनाव कम हो या न हो लेकिन इसका सेहत (Health) पर तो बुरा असर पड़ता ही है. तनाव में अधिक खाने के पीछे की वजह है कॉर्टिसोल हार्मोन (Cortisol Hormone). लंबे समय तक तनाव के चलते शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन ज़्यादा बनने लगता है जो भूख को बढ़ा देता है. इसलिए ऐसी आदत रोकना ज़रूरी है आइये जानते हैं कि कैसे स्ट्रेस ईटिंग करने से बचा जा सकता है.
अपने आपको समझने की कोशिश करें
कुछ भी खाने से पहले सोचें कि आप क्यों और क्या खा रहे हैं. क्या आपको सच में भूख है या जो आप खा रहे हैं उससे आपके शरीर को कुछ फायदा मिलेगा या नहीं.
दिनभर में जब भी खाएं डायरी में लिख लें, इससे आपको पता चलेगा कि आपने कब और क्या खाया. डायरी से आप जान पाएंगे कि आपकी डायट कितनी हेल्दी है और कितनी अनहेल्दी.
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शॉपिंग करते समय हेल्दी चीज़ें जैसे फल-सब्ज़ी, ड्राइ फ्रूट्स जैसी चीज़ें ही घर लेकर आएं. जंक फूड की खरीददारी न करें. आपके घर में जितना हेल्दी फूड होगा आप उतना ही हेल्दी खाएंगे और जंक खाने से बचेंगे.
वर्कआउट करने से शरीर में इंडोरफिन नाम का केमिकल बनता है जो दिमाग को शांत रखने में मदद करता है. दिमाग शांत रहेगा तो आप स्ट्रेस ईटिंग करने से बचेंगे. जब भी आपको कुछ खाने की इच्छा हो तब मेडिटेशन करके आप अपने आपको रोक सकते हैं.