Vestibular Hypofunction: एक्टर वरुण धवन ने प्रेस मीट (press meet) में बताया कि वे वेस्टिब्यूलर हाइपोफंक्शन नाम के डिसऑर्डर (disorder) से जूझ रहे हैं. वरुण ने मिडिया (media) को बताया कि उन्होंने काम का बहुत प्रेशर ले लिया था. उन्हें कई बार ऐसा लगता था जैसे वो अपना बैलेंस (balance) खो रहे हैं. बाद में उन्हें पता चला कि उन्हें वेस्टिब्यूलर हाइपोफंक्शन है.
वेस्टिब्यूलर हाइपोफंक्शन को वर्टिगो भी कहा जाता है, ये इंसान के कान के अंदरूनी हिस्से (inner ear) पर असर डालता है. वेस्टिब्यूलर सिस्टम कान के अंदर होता है जो आंखों और मसल्स के बीच बैलेंस बनाकर रखता है. जब ये सिस्टम सही से काम नहीं करता तब दिमाग तक सही मेसेज नहीं पहुंच पाता जिससे व्यक्ति को चक्कर आते हैं और शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है.
यह भी देखे: Myositis: समांथा रुथ प्रभु को हुई मायोसाइटिस नाम की बीमारी, जानिए क्या हैं इसके लक्षण
जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन के अनुसार, वेस्टिब्यूलर हाइपोफंक्शन के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन के अनुसार, इसका इलाज डिसऑर्डर के कारण पर निर्भर करता है. कुछ मामलों में, कान के इन्फेक्शन के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स या एंटिफंगल ट्रीटमेंट की सलाह दी जाती है.
यह भी देखें: Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से जल्दी हो सकती है मृत्यु, स्टडी में हुआ खुलासा
वहीं, अगर दवाईयां और बाकि इलाज लक्षणों को ठीक नहीं कर पाते तो अंदरूनी कान की सर्जरी करने की ज़रूरत पड़ती है. इनके अलावा, लाइफस्टाइल और डायट में बदलाव भी इस बीमारी के असर को कम करने में मदद कर सकते हैं.