Why Baby Cry at Night: अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तो आपने भी ये नोटिस किया होगा कि बच्चे रात के समय ज्यादा रोते हैं और दिन में आराम से सो जाते हैं. आप सोचते होंगे कि ऐसा क्यों होता है. आइये जानते हैं...
एक्सपर्ट के मुताबिक न्यूबॉर्न बेबी के रात को जागने और दिन में सोने के पीछे जो कारण है वो ये है कि मां की प्रेग्नेंसी के दौरान दिन के समय में मां चलती रहती है तो बच्चे को झुला मिलता रहता है, इसलिए वह आराम से सो जाता है. वहीं जन्म के बाद भी बच्चे का यही रूटीन सेट रहता है और वह दिन में सोता है और रात को जागता है. इसके अलावा बच्चे का रात में रोने के पीछे कुछ और कारण भी हो सकते हैं जैसे पेट में दर्द, गैस, गीला डायपर, भूख लगना आदि.
एक कंसिस्टेंट बेडटाइम रूटीन बनाएं. इसी रूटीन में बेबी को फीड कराएं और फिर सुलाएं.
रात को बेबी के रूम में डिम लाइट्स रखें. ब्राइट लाइट्स से बच्चे को सोने में दिक्कत हो सकती है.
कुछ सॉफ्ट म्यूजिक या लोरी गाकर बेबी को सुलाएं. यह उन्हें रिलैक्स फील कराने में मदद करेगा.
बच्चे के लिए आरामदायक स्लीपिंग एनवायरनमेंट बनाएं. सॉफ्ट और क्लीन बेडिंग का इस्तेमाल करें.
बच्चे को स्वैडल करना यानि उन्हें कपड़े में लपेटना, उन्हें सिक्योर फील कराता है. स्वैड्लिंग से उनके मूवमेंट्स कम होते हैं और वो अच्छे से सोते हैं.
बच्चे को सुलाने से पहले फीड करें. पेट भरा होने से उन्हें सुकून मिलेगा.
बच्चे को कडल करके उन्हें प्यार से सुलाएं. स्किन-टू-स्किन कॉन्टेक्ट भी बेबी को सिक्योर फील कराता है.
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