Smartphone Addiction: इसमें कोई शक नहीं कि स्मार्टफोन (smartphone) ने इस डिजिटल (digital) समय में हमारी लाइफ (life) को आसान बना दिया है. बोरियत को खत्म करने के लिए हम अपने फोन पर अधिक से अधिक समय लगे रहते हैं. लेकिन सावधान हो जाइये क्योंकि ये आदत (habbit) हमारी क्रिएटिविटी (creativity) को खा सकती है.
सोशल कॉग्निटिव एंड अफेक्टिव न्यूरोसाइंस में छपी एक नई स्टडी के अनुसार, हर समय स्मार्टफोन से चिपके रहने से हमारे दिमाग की क्रिएटिव एबिलिटी में रोड़ा बन सकती है.
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Smartphone Addiction Scale (SAS) तकनीक का इस्तेमाल कर 18 से 25 साल की बीच के करीब 50 प्रतिभागियों पर रिसर्च किया गया. जिसमें सामने आया कि जिन लोगों के SAS स्कोर अधिक थे वो फ्लेक्सिबलिटी, फ्लूएंसी और औरिजिनालिटी के मामले में कमज़ोर थे; जबकि कम एसएएस स्कोर वाले अधिक एक्टिव और क्रिएटिव थे.