Holi 2024: होली से पहले जयपुर में पारंपरिक 'गुलाल गोटा' (Gola Gota) की तैयारियां शुरू हो गई हैं. गुलाल गोटा बनाने वाले कारीगर अवाज़ मोहम्मद ने बताया कि गुलाल गोटा नैचुरल लाख के गोले से बना होता है, जिसका वजन 5-6 ग्राम होता है, जिसके बाद इसे नैचुरल रंगों से भर दिया जाता है और 'अरारोट' से सील कर दिया जाता है. इसके बाद इसका कुल वजन 21-22 ग्राम हो जाता है.
बता दें कि गुलाल गोटा से होली खेलने की शुरुआत राजा महाराजाओं के समय से हुई थी और तब से ही गुलाल गोटा से शाही होली खेलने का रिवाज है. पारंपरिक रूप से बनाया जाने वाला शाही परिवार का यह शिल्प 7 पीढ़ियों पुराना है और गुलाल गोटे की पहली खेप हर साल वृंदावन भेजी जाती है.
गुलाल गोटा तैयार करने की प्रक्रिया एक कला से भरी होती है. इसमें लाख से बने छोटे गोल गुब्बारों को बनाने के लिए बांसुरीनुमा नली का उपयोग किया जाता है, जिसे फूंक मारकर गोल घुमावदार रूप में तैयार किया जाता है. इसके बाद, इस गोले को खुशबूदार गुलाल से भरकर कागज़ में बांधा जाता है, जिससे एक 'गुलाल गोटा' बनता है. यह प्रक्रिया लगभग एक मिनट में पूरी हो जाती है.
आजकल होली के पर्व पर, 'गुलाल गोटा' की मांग बढ़ गई है और लोग इसे उपहार के रूप में भेजना भी पसंद करते हैं. यह गुलाल गोटा जयपुर से लेकर विदेशों तक लोकप्रिय है, और विशेष रूप से विदेशी टूरिस्ट के बीच काफी पॉपुलर है.
यह भी देखें: Holi 2024: होली पर भूलकर भी दान न करें ये 6 चीज़ें, बिगड़ सकती है आर्थिक हालत