PM Modi Egypt Visit: एतिहासिक अमेरिकी दौरे (America Visit) के बाद पीएम मोदी (PM Modi) 24 जून को मिस्र पहुंच रहे हैं. अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी यहां की प्रसिद्ध अल-हकीम मस्जिद (Al-Hakim Mosque) भी जाएंगे. आईए इस बीच हम आपको अल-हकीम मस्जिद से जुड़ी कुछ रोचक तथ्य बता देते हैं.
11वीं सदी की से जुड़ा है अल-हकीम मस्जिद का इतिहास
अल-हकीम मस्जिद का निर्माण 11वीं सदी में किया गया था. हालांकि जिसका पुर्निमाण 1980 में दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने कराया था. खास बात यह है कि अल-हकीम मस्जिद की इमारत को खास किस्म के ईटों से बनाया गया है. जिसमें चार इवानों से घिरे दो आंगन हैं.
बेहद आकर्षक और खूबसूरत है अल-हकीम मस्जिद
मस्जिद के चारों ओर बने दीवार इसे बेहद आकर्षक और खूबसूरत बनाते हैं. इतना ही नहीं, मस्जिद के मीनारों के मेहराब को कूफीक लिपि से लिख कर सजाया भी गया है. कुफिक लिपि अरबी लिपि की एक शैली है. जिससे इस्लाम के शुरुआती दौर में कुरान की आयतों को लिखने के लिए इस्तेमाल किया जाता था.
अल-हाकिम मस्जिद मिस्र की राजधानी ओल्ड काइरो में बाब अल-फुतुह के बगल में स्थित है. साल 990 में फातिमी खलीफा अल-अजीज बी-इलाह निजार ने इसकी नींव रखी थी. जिसे साल 1013 में अल-अजीज बी-इलाह निजार के बेटे अल-हकीम के शासनकाल के दौरान पूरा किया गया था. इसे मिस्र में सबसे पुराने इस्लामी स्मारकों में से एक माना जाता है.