Pride Month 2023: 7 रंगों के इस झंडे को आपने जून के महीने में ज़रूर देखा होगा. ये झंडा LGBTQ समुदाय की क्रांति का प्रतीक है और इन 7 रंगों का मतलब बेहद ख़ास है जैसे
लाल: जीवन और प्रेम का प्रतिनिधित्व करता है
ऑरेंज: हीलिंग और एनर्जी का प्रतीक है
पीला: धूप और खुशी को रिप्रज़ेंट करता है
हरा: नेचर और विकास का प्रतीक है
नीला: शांति और सद्भाव का प्रतिनिधित्व करता है
इंडिगो: शांति और अखंडता का प्रतीक है
वॉयलेट: भावना और समुदाय का दर्शाता है
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प्राइड फ्लैग को एक अमेरिकी आर्टिस्ट और LGBTQ+ राइट एक्टिविस्ट गिल्बर्ट बेकर ने बनाया था. उनका मानना था कि झंडा क्रांति का प्रतीक होता है, इसलिए उन्होंने 1978 में इस झंडे को डिज़ाइन किया था.
इसमें जिस क्रांति की बात हो रही है, उसकी शुरुआत 28 जून 1969 को हुई, जब पुलिस ने अमेरिका के मैनहट्टन में एक समलैंगिक बार द स्टोनवॉल इन में छापा मारा और समलैंगिकों के साथ मारपीट कर जेल में बंद कर दिया गया. इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में कई दिनों तक विरोध और झड़पें हुईं.
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इसके बाद 28 जून, 1970 को स्टोनवॉल दंगों की पहली सालगिराह मनाने के लिए न्यूयॉर्क शहर में पहला गे प्राइड मार्च आयोजित किया गया. जिसके बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने साल 2000 में पहली बार प्राइड मंथ की ऑफिशियल अनाउंनसमेंट की.
अब प्राइड मंथ को कई देशों में मनाया जाता है. ये मंथ जून के महीने में LGBTQ कम्युनिटी को सम्मान देने और जागरुकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. और इस साल प्राइड परेड की 53वीं सालगिरह है और इस पूरे महीने में परेड, फेस्टिवल और थिएटर शो के ज़रिए LGBTQ के अधिकारों के बारे में जागरुरता फैलाई जाती है.