Akshaya Tritiya 2024: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व माना जाता है. अक्षय तृतीया हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल ये पर्व 10 मई को मनाया जा रहा है.
सभी शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए ये तिथि बेहद शुभ मानी जाती है. यही वजह है कि लोग अक्षय तृतीया के दिन विवाह, गृह-प्रवेश, नया बिजनेस, धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ कराते हैं. इसे आखा तीज भी कहा जाता है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी असीम कृपा बरसती है और जीवन धन-धान्य से भरा रहता है. सोना खरीदने के लिए भी ये तिथि सबसे शुभ मानी जाती है.
अक्षय तृतीया की तिथि 10 मई शुक्रवार को सुबह 4 बजकर 16 मिनट से शुरू होगी और इसके समाप्त होने का समय 11 मई को सुबह 2 बजकर 51 मिनट पर है.
अक्षय तृतीया पर पूजा का शुभ मुहूर्त 10 मई शुक्रवार को सुबह 5 बजकर 48 मिनट से शुरू होगा दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.
हिंदू मान्यताओंं के मुताबिक, वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की अधिष्ठात्री देवी मां गौरी हैं. इसीलिए इस दिन माता गौरी को साक्षी मानकर किया गया दान-पुण्य अक्षय हो जाता है यानि कभी नष्ट नहीं होता है.
इसीलिए इस तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. इसे एक अबूझ मुहूर्त भी माना जाता है, क्योंकि इस दिन किसी भी तरह के शुभ कार्य को किया जा सकता है.
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