बिहू का त्योहार साल में तीन बार मनाया जाता है. सबसे पहले जनवरी के महीने में भोगाली बिहू का त्योहार मनाया जाता है. इसके बाद अप्रैल में बोहाग बिहू, जिसे रोंगाली बिहू भी कहा जाता है. तीसरा होता है कोंगाली बिहू या काती बिहू. यह त्योहार अक्टूबर-नवंबर के महीने में होता है.
इस साल बोहाग बिहू का त्योहार 14 अप्रैल से शुरू है, जो 20 अप्रैल को खत्म होगा. यह त्योहार 7 दिन तक चलता है. इसे रोंगाली बिहू भी कहा जाता है.
बोहाग बिहू का त्योहार बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन घरों को सजाया जाता है. साथ ही, घर में रंगोली बनाने का भी रिवाज है.
इस दिन घर में असम के पारंपरिक पकवान बनाए जाते हैं. इनमें पिठा, लारू, दोई-चीरा, आलू पिटिका, फिश करी जैसी चीजें शामिल हैं.
इस दिन पुरुष- महिलाएं ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर बिहू डांस करते हैं. महिलाओं की ड्रेस को मेखला चादोर कहा जाता है. वहीं, पुरुष धोती-कुर्ता पहनें नजर आते हैं.
यह भी देखें: Chaitra Navratri 2024: ब्रह्माण्ड की रचयिता हैं मां कूष्मांडा, इनकी पूजा करने से जीवन में मिलती है सफलता