Chhath Puja 2023: नहाय खाय के दिन से लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है. इस दिन छठ व्रती घर की साफ-सफाई के बाद चावल, लौकी की सब्ज़ी और चने की दाल को प्रसाद के तौर पर खाते हैं.
इस साल इस दिन दो दुर्लभ संयोग बन रहे हैं जिसे धार्मिक लिहाज से बेहद शुभ माना जा रहा है. नहाय खाय के दिन 11 बजकर 03 मिनट से बव करण योग बन रहा है जिसे ज्योतिष शुभ मानते हैं. मान्यता है कि बव करण में आराध्य देव की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा सालों बाद नहाय खाय के दिन भद्रावास योग भी बन रहा है. माना जाता है कि इस योग में भद्रा पाताल लोक में निवास करती हैं. इस समय में सूर्य देव की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
4 दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व हिंदू आस्था का ऐसा पर्व है जिसमें किसी मूर्ति की पूजा नहीं होती. इसमें डूबते और उगते सूर्य की उपासना की जाती है. शुक्रवार से शुरू हुआ छठ महापर्व सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न होगा.
धार्मिक दृष्टिकोण से ये व्रत संतान प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना के लिए किया जाता है. वहीं आध्यात्म के लिहाज से मन को तामसिक प्रवृत्ति से बचाने के लिए इस पर्व को मनाने की परंपरा है.