Sindoor Khela: पूरे देश में विजयादशमी की धूम है. कोलकाता से लेकर दिल्ली तक आज मां दुर्गा को विदाई दी जा रही है. कोलकाता के पूजा पंडालों में महिलाएं सिंदूर खेला कर मां को विदाई दे रही हैं. महिलाएं मां को सिंदूर चढ़ाने के बाद एक दूसरे को सिंदूर लगाती दिख रही हैं.
सिंदूर खेला की ऐसी ही खूबसूरत तस्वीर दिल्ली के सीआर पार्क से आई, जहां बड़े उत्साह के साथ महिलाएं एक दूसरे के साथ सिंदूर खेला की रस्म करती नज़र आ रही हैं.
मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्रि में 10 दिन अपने पिता के घर धरती पर आती हैं और दसवें दिन बच्चों के साथ कैलाश वापस लौट जाती हैं. मां को सिंदूर लगाकर उन्हें पान और मिठाई का भोग लगाया जाता है.
शारदीय नवरात्रि के आखिरी दिन यानि दशमी को दशहरा (Dussehra) मनाया जाता है. दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में दशहरा यानि विजयदशमी को रावण दहन होता है, तो वहीं बंगाल में त्योहार के आखिरी दिन का सिंदूर खेला का विशेष महत्व होता है, बंगाली महिलाओं में सिंदूर खेला एक बड़ी और ख़ास रस्म है. इस दिन महिलाएं देवी दुर्गा को सिंदूर चढ़ाती हैं और फिर वहां मौजूद सभी सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं. इस रस्म को सिंदूर खेला कहा जाता है. पूजा पंडालों से सिंदूर खेला की रस्म की मनमोहक तस्वीरें देखते ही बनती हैं.
सिंदूर खेला के दिन पान के पत्तों से मां दुर्गा के गालों को स्पर्श कर उनकी मांग और माथे पर सिंदूर लगाकर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
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