Dussehra 2023: उत्तरप्रदेश के कानपुर में दशहरा के दिन रावण के पुतले को जलाया नहीं जाता है बल्कि दशानन मंदिर में रावण की मूर्ति की पूजा की जाती है. इस मंदिर के पट केवल दशहरा पर पूरे दिन के लिए खोले जाते हैं और लोग दूर-दूर से रावण के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं.
आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों की जाती है रावण की पूजा तो मंदिर के पुजारी राम बाजपेयी ने बताया कि इस मंदिर में रावण के बल और विद्या को पूजा जाता है और लोग पूजा कर कामना करते हैं कि वो और उनके बच्चे भी इतने बलवान और ज्ञानी बनें. लोग यहां सरसों के तेल के दिए जलाकर मन्नते भी मांगते हैं.
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