Ganga Dussehra 2022: देशभर में 9 जून यानि गुरुवार को गंगा दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है. गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के मौके पर सुबह से ही गंगा घाटों (Holy dip) पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. हरिद्वार (Haridwar), प्रयागराज (Prayagraj), वाराणसी (Varanasi)और कानपुर (Kanpur) समेत कई जगहों पर हज़ारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और मंगल कामना की प्रार्थना की. गंगा स्नान कर लोगों ने पूजा-पाठ और हवन भी किया.
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भक्ति और उल्लास का ये नज़ारा हरिद्वार के हरि की पौड़ी का है जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे और गंगा में डुबकी लगाई. कोरोना काल के बाद ये पहला मौका है जब स्नान को लेकर कोई पाबंदी नहीं है. ऐसे में दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान करने पहुंच रहे है. हालांकि, स्नान को लेकर प्रशासन ने भी एहतियात बरतने के लिए ज़रूरी इंतज़ाम किये हैं
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, गंगा दशहरा का त्योहार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन का नाम गंगा दशहरा इसलिए पड़ा क्योंकि इसी दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुईं थी. इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले गंगा में स्नान करना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि गंगा दशहरा में जो भी गंगा में पवित्र डुबकी लगाता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. साथ ही गंगा दशहरा के दिन दान-पुण्य का भी खास महत्व है. आस्था के इस पर्व पर गंगा घाटों का नजारा बेहद खूबसूरत होता है.
हिंदू पंचाग के मुताबिक, गंगा दशहरा पर शुभ चौघड़िया मुहूर्त सूर्योदय से लेकर सुबह 07 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. साथ ही शुभ योग सुबह 08 बजकर 23 मिनट से दोपहर 2 बजकर 5 मिनट तक है. इसके अलावा सफलता योग सुबह 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा. इन शुभ योग में दान-पुण्य का विशेष महत्व माना जा रहा है.
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