14 जून की शाम चांद दिखने के बाद हज की पवित्र यात्रा शुरू होगी. क्या आप जानते हैं मुस्लिम धर्म के लिए हज की यात्रा क्यों खास होती है. इस्लाम धर्म में मानना है कि हर मुस्लिम को अपने जीवन में एक बार हज की यात्रा जरूरी करनी चाहिए. क्या आप जानते हैं हज के दौरान क्या होता है.
हज यात्रा करने वाले व्यक्ति को हाजी कहा जाता है. हज यात्रा में सबसे पहले हाजी इहराम बांधते हैं. इहराम सफेद रंग का सिला हुआ कपड़ा होता है. वहीं, महिलाएं अपनी पसंद का सादा कपड़े पहनती हैं, लेकिन इस दौरान हिजाब से जुड़े नियमों को ध्यान में रखना जरूरी होता है. इसके बाद हज के पहले दिन हाजी 7 बार काबा का तवाफ यानी परिक्रमा करते हैं. इसके बाद सफा और मरवा नाम की दो पहाड़ियों के बीच सात बार चक्कर लगाए जाते हैं. इसके बाद सभी हाजी मीना शहर जाने हैं, जो मक्का से करीब 8 किलोमीटर दूर है. मीना में सभी लोग रात के दौरान नमाज पढ़ते हैं.
हज के दूसरे दिन सभी हाजी माउंट अराफात जाते हैं. यहां वह अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. इसके बाद वह मुजदलिफा में खुले में नमाज अदा करते हैं.
हज यात्रा के दौरान हाजी लोग तीसरे दिन जमारात पर पत्थर फेंकते हैं. इसके बाद वह मीना शहर लौट जाते हैं. और दोबारा मक्का की 7 बार तवाफ करते हैं और उसे छूते हैं.
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