भारत के कोने-कोने में श्रद्धा और विश्वास (India religion and culture) का तालमेल एक साथ देखने को मिलता है. ऐसे में क्या सच है क्या झूठ (India culture heritage) इस पर राय बनाना बेहद मुश्किल हो जाता है. लेकिन भारत की इस सांस्कृतिक धरोहरों में कई ऐसे राज छिपे हैं जिनसे पुरातत्व विभाग (Archeological department) भी पर्दा नहीं उठा पाया है. भारत के इसी संस्कृति का प्रतीक है कानपुर का ये मानसून मंदिर (Kanpur Monsoon Temple).
ये भी देखें: Buddha Purnima 2022: बौद्ध धर्म की नींव स्थापित करने वाले ये ऐतिहासिक स्थल है बेहद महत्वपूर्ण
इस मानसून मंदिर में तीन चीजें सबसे आश्चर्यचकित करती हैं वो हैं मंदिर का करिश्माई पत्थर, पत्थर से बारिश की बूंदों का टपकना, मानसून की सटीक भविष्यवाणी. मौसम विभाग जहां बारिश का पूर्वानुमान लेकर आता है. वहीं मौसम विभाग की तरह ही कानपुर का जगन्नाथ मंदिर मानसून की शत प्रतिशत सही भविष्यवाणी करता है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की घाटमपुर तहसील के बेहटा गांव में स्थित जगन्नाथ मंदिर को चमत्कारी बताया जाता है. मंदिर के गुंबद पर हर साल आने वाली बूंदे मानसून की पुष्टि करती हैं. इस साल बारिश अच्छी होने की भविष्यवाणी की गई है.
ये भी देखें: Hanuman Jayanti 2022: उत्तर भारत के ये पांच हनुमान मंदिरों से जुड़ी है लोगों की आस्था
ये मंदिर 5000 सालों से भी ज़्यादा पुराना है खास बात ये है कि मानसून आने से पंद्रह दिन पहले इसके गंबद पर लगाए गए पत्थरों से पानी टपकने लगता है. पानी की बूंदों की मात्रा बताती है कि उस साल मानसून कैसा रहेगा. मंदिर के आस पास के 35 गांवों के किसान मंदिर की भविष्यवाणी पर निर्भर हैं. इस साल बेहतर बारिश की भविष्यवाणी की गई है.
ये भी देखें: Jyotirlinga in India: भारत में स्थित इन बारह जगहों पर महादेव की है अखंड कृपा, अलौकिक ज्योतिर्लिंग