Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. आखिरी दिन को महा नवमी कहा जाता है. शास्त्रों की मानें तो मां सिद्धिदात्री से ही सभी देवी-देवताओं को सिद्धियां प्राप्त हुई थीं. ऐसी भी मान्यता है कि मां के प्रभाव से ही महादेव का स्वरूप अर्द्धनारीश्वर हुआ था.
कमल पर विराजमान होने के कारण मां को कमला भी कहा जाता है. मां का वाहन सिंह है. मां सिद्धिदात्री चार भुजाओं में गदा, चक्र, कमल और शंख है. लोग बड़ी श्रद्धा के साथ नवरात्रि के आखिरी दिन कन्या पूजन कर कन्याओं को उपहार भी देते हैं. जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.
मान्यता है कि इस दिन मां को नौ फूल अर्पित किए जाएं तो वे बहुत प्रसन्न होती हैं. मां को गुलाबी और बैंगनी रंग प्रिय है. महानवमी के दिन मौसमी फल, चना, पूड़ी, खीर, नारियल और हलवा का भोग लगाएं
मां की अराधना करते हुए करें मंत्र का उच्चारण
ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः