Nowruz 2023: भारत में पारसी समुदाय के लोगों के लिए पारसी नववर्ष का बहुत महत्त्व है जिसे नवरोज भी कहा जाता है. चलिए जानते हैं आखिर कैसे मनाते हैं ये त्योहार.
नवरोज पारसी समुदाय के लिए नववर्ष की शुरुआत होती है और इस साल नवरोज 16 अगस्त को मनाया जा रहा है.
इस दिन सुबह जल्दी उठकर घर की साफ़-सफाई की जाती है और घर के मुख्य द्वार को सजाया जाता है.
इस दिन घर पर पकवान बनते हैं और दोस्तों और रिश्तेदारों को तौफे दिए जाते हैं.
ऐसी मान्यता है कि इस दिन पारसियों के महान राजा जमशेद की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहती है. ये वही राजा हैं जिन्होंने पारसियों के कैलेंडर को सोलर सिस्टम की गणना करने के बाद बनाया था.