हिंदू धर्म में एकादशी का खास महत्व होता है. चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी कहा जाता है. माना जाता है कि इस एकादशी के दिन व्रत रखने से पापों से मुक्ति मिल जाती है. चलिए जानते हैं इस दिन क्या किया जाता है. साथ ही, पापमोचनी एकादशी के दिन किस भगवान की पूजा करने से लाभ होगा.
पंचांग के अनुसार, पापमोचनी एकादशी 4 अप्रैल को शाम 04 बजकर 14 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 05 अप्रैल को दोपहर 01 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में उदयातिथी के अनुसार 5 अप्रैल को पापमोचनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा.
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है. इस कारण से इस एकादशी को पापमोचनी कहा जाता है.
साधक पापमोचनी एकादशी का व्रत 06 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 05 मिनट से लेकर 08 बजकर 37 मिनट के दौरान खोल सकते हैं.
एकादशी के दिन दान करना शुभ माना जाता है. पापमोचनी एकादशी के दिन अन्न का दान करने से लाभ होगा.
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