Pradosh Vrat 2023: हिन्दू पंचाग के अनुसार एक माह में दो बार प्रदोष व्रत आता है और यह व्रत शिव जी और माता पार्वती को समर्पित होता है. इस बार यह व्रत गुरुवार यानि कि 15 जून को पड़ रहा है जिसके कारण इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा.
प्रदोष व्रत की शुभ तिथि की शुरुआत 15 जून को 8 बजकर 32 मिनट पर होगी और 16 जून को सुबह 08 बजकर 39 मिनट पर इसका समापन होगा.
प्रदोष व्रत की पूजा करने का सबसे शुभ समय शाम को 07 बजकर 20 मिनट से रात 09 बजकर 21 मिनट तक रहेगा. इस दौरान आप पूजा कर सकते हैं.
इस दिन शिव जी की पूजा करने की मान्यता है और इस दिन 108 बार ओम नमः शिवाय का जाप करने से आपकी मनोकामना पूरी होती है.
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर सबसे पहले शिव मंदिर जाएं या फिर घर पर ही शिव जी की पूजा करें.
भगवान शिव को उनकी पसंदीदा चीज़ें जैसे कि बेलपत्र, भांग, सफ़ेद फूल, शहद, शक्कर, भस्म, धतूरा और शमी के पत्ते चढ़ाएं. इसके साथ ही प्रदोष व्रत की कथा का पाठ करें और आखिर में क्षमा प्राथना करें.
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