Pradosh Vrat 2023: आज है अधिक मास का आखिरी प्रदोष व्रत, जानिए महत्व और शुभ मुहूर्त

Updated : Aug 13, 2023 06:40
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Editorji News Desk

Pradosh Vrat: हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर महीने में दो त्रयोदशी तिथि होती हैं और इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने से सुखों की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. 

प्रदोष व्रत तिथि (Pradosh Vrat 2023 Tithi)

अधिक मास का दूसरा प्रदोष व्रत 13 अगस्त को रखा जा रहा है. ये व्रत रविवार को पड़ रहा है इसलिए इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जा रहा है. सावन मास के कृष्ण त्रयोदशी तिथि की शुरूआत 13 अगस्त को सुबह 8 बजकर 19 मिनट पर हो रही है और जिसके समाप्त होने का समय 14 अगस्त 10 बजकर 25 मिनट है. 

पूजा का शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat Shubh Muhurat)

शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 9 बजकर 22 मिनट तक है. 

पूजा विधि (Puja Vidhi)

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
  • साफ कपड़ें पहनकर भगवान को याद करें और व्रत व पूजा का संकल्प लें.
  • शाम के समय पूजा करने के लिए बेलपत्र, धतूरा, भांग, फूल, दीप आदि अर्पित करें.
  • इसके बाद प्रदोष की कथा पढ़कर भोलेनाथ की आरती करें.
  • अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत खोल लें. 

यह भी देखें: Raksha Bandhan 2023: 30 या 31 जानिए कब है रक्षाबंधन, क्या है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

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