Raksha Bandhan 2023: शास्त्रों के अनुसार भद्रा को अशुभ माना गया है. भद्रा के स्वामी स्वंय यमराज हैं. इसलिए इस योग में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है
कब होगा भद्रा ख़त्म?
इस रक्षा बंधन के दिन भद्रा का साया है जो कि 30 अगस्त की रात में 9 बजकर 1 मिनट पर समाप्त होगा जिसके बाद ही शुभ मुहूर्त शुरू होगा. इसके बाद पूर्णिमा तिथि 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगी. इस दौरान आप राखी बांध सकते हैं.
पौराणिक कथाओं के अनुसार भद्रा भगवान सूर्य की पुत्री और शनिदेव की बहन है. भद्रा का स्वभाव शनिदेव की तरह क्रोधी है. कहा जाता है कि भद्रा हर समय तीनों लोकों का भ्रमण करती रहती है इसलिए जब पृथ्वी पर भद्रा होती है तो उस समय किसी भी तरह का शुभ काम नहीं किया जाता है. भद्रा में होलिका दहन और रक्षा बंधन जैसे त्योहार मनाने की मनाही है.
यह भी देखें: Raksha Bandhan 2023: रक्षा बंधन के दिन महमानों के लिए खाने में ये डिशेज़ बनाएं, तारीफ करते नहीं रुकेंगे