इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 9वां महीना रमजान का होता है. इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. मुस्लिम धर्म में इस महीने को बेहद पाक माना जाता है. माना जाता है कि इस महीने में इबादत पूरी होती हैं. रमजान के दौरान नमाज पढ़ना जरूरी होता है. जो लोग नमाज नहीं पढ़ते हैं, वह इस रमजान के महीने में पढ़ना शुरु कर देते हैं. चलिए जानते हैं इस साल कब शुरू होंगे रमजान.
माना जा रहा है कि इस साल 11 मार्च से रमजान शुरू होंगे और 10 अप्रैल को खत्म हो जाएंगे. रमजान के आखिरी दिन पर ईद मनाई जाती है. मुस्लिम लोग रजमान के दौरान रोज़े रखते हैं और खुदा की इबादत करते हैं.
रमजान के दौरान सूर्योदय से पहले सहरी की जाती है. रोजे के दौरान खाने-पीने की मनाही होती है. सूर्यास्त होने के बाद इफ्तार के समयर रोजे खोले जाते हैं. इफ्तार के समय बेहद लजीज खाना बनता है. इसके अलावा, रोजे के दौरान दिन में 5 वक्त की नमाज पढ़ी जाती है.
रमजान का महीवा इस्लाम की पांच बुनियाद जैसे- पहला कलमा, नमाज़, ज़कात, रोज़ा और हज आदि में से एक है. इस्लामिक ग्रंथों के मुताबिक माना जाता है कि इस महीने पैगंबर मोहम्मद पर कुरान नाजिल हुई थी. इस कारण से इस महीने को 'कुरान का महीना' भी कहते हैं.
शाबान के महीने के बाद रमजान का महीना आता है. रमजान का महीना नौवें नंबर पर आता है. सबसे अलग बात यह है कि यह तारीख चांद के हिसाब से बदलती है. इसलिए हर साल रमजान की तारीख अलग होती है.
रमजान अरबी शब्द है, जिसका अर्थ 'जलाने के' होता है. इसका मतलब है कि इस महीने में लोगों द्वारा किए गए गुनाह खत्म और जल जाते हैं.
यह भी देखें: Haj Suvidha App: हाजियों की सुविधा के लिए लॉन्च किया गया ऐप, देखें क्या है इसकी खासियत