Rohini Vrat 2023: रोहिणी व्रत जैन और हिंदू (Jainism and Hinduism) धर्म दोनों के लिए ख़ास होता है. शास्त्रों के अनुसार 27 नक्षत्र होते हैं और रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) के दिन रोहिणी व्रत रखा जाता है. इस बार ये व्रत 17 जून को किया जा रहा है.
आषाढ़ माह में आने वाले रोहिणी व्रत को महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से परिवार की सुख शांति आती है और सभी दुखों से छुटकारा मिलता है.
इस व्रत में जैन समुदाय के लोग भगवान वासुपूज्य की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन भगवान वासुपूज्य की पांच रत्न, ताम्र या स्वर्ण प्रतिमा स्थापित करके पूजा करने की मान्यता है. इस व्रत में दान किया जाता है. इस व्रत का उद्यापन तीन, पांच या सात साल तक नियमित रूप से व्रत करने के बाद करने की मान्यता है.
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