हिंदू पंचांग के अनुसार महीने में दो बार प्रदोष व्रत आते हैं. इस बार साल का पहला सोम प्रदोष व्रत वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ रहा है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. चलिए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और इस दिन क्या करना चाहिए.
सोम प्रदोष व्रत की तिथि 20 मई सोमवार के दिन, दोपहर 03 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 21 मई को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में त्रयोदशी तिथी के अनुसार 20 मई को सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा.
इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. वहीं पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 9 बजकर 12 मिनट तक रहेगा. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. साथ ही, महादेव जीवन के दुखों को दूर करते हैं.
सोम प्रदोष व्रत के दिन सुबह उठकर नहाएं. इसके बाद मंदिर को साफ करें. इस दिन रूद्राभिषेक करना चाहिए. इसके लिए सबसे पहले शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाकर, भगवान को पान पत्ता, बेलपत्र, सुपारी आदि सभी चीजें अर्पित करें और भोग लगाएं. अब शिवजी के मंत्र का 108 बार जाप करें. इस दिन परिवार समेत आरती करनी चाहिए. रुद्राभिषेक के पानी को एक साफ तांबे के लोटे में भर लें. इस पानी को पूरे घर में छिड़कें.
व्रत के दिन दान करना शुभ माना जाता है. सोम प्रदोष व्रत के दिन कपड़े दान करें. ऐसा करने से घर में मौजूद दरिद्रता दूर हो जाएगी. इसके अलावा, फल और दही दान करने से भी लाभ मिलेगा.
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