सनातन धर्म में राम भगवान का जन्म एक बहुत बड़ी ईश्वरीय घटना है. पौराणिक कथाओं के अनुसार राम नवमी को राजा दशरथ के यहां भगवान राम का जन्म हुआ था. भगवान राम का ये जन्म त्रेता युग में रावण के संहार के लिए हुआ था.
ये भी देखें: Ramadan 2022: जानिये रमज़ान में सहरी और इफ़्तार की क्या है अहमियत
आइए जानते हैं साल 2022 में कब है ये शुभ मुहूर्त
कैसे मनाएं रामनवमी
रामायण काल से श्रद्धालु रामनवमी मना रहे हैं. इस दिन प्रभु राम और सीता की उपासना से मनोकामना पूरी होती है. राम नवमी के दिन नवरात्रि का समापन होता है. लोग कन्या पूजन से भी मां भगवती की अराधना करते हैं. इस दिन अपने घर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित कर पूजा करें. श्रीराम और मां भगवती की पूजा करने के बाद रामायण का पाठ करें. इस दिन राम रक्षास्त्रोत का पाठ करना भी बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन लोगों को भोजन करवा कर दान ज़रूर दें.