महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को भांग से बनी चीजें चढ़ाई जाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं महादेव का क्या है भांग से संबंध? भोलेनाथ को भांग क्यों प्रिय है, इसके पीछे कई कहानियां हैं. चलिए जानते हैं क्यों भांग को भोलेनाथ का प्रसाद कहा जाता है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले जहर को अपने कंठ में रख लिया था, जिसके कारण भोलेनाथ का गला नीला पड़ गथा था. जहर को पीने के बाद भोलेनाथ व्याकुल होकर बेहोश हो गए थे.
भगवान शिव को होश में लाने के लिए देवताओं ने भगवान शिव के सिर से गर्मी को दूर करने के लिए उनके सिर पर भांग और धतूरा रखा था. यहीं से भोलेनाथ और भांग को एक-साथ जोड़ा जाने लगा.
वेदों के अनुसार कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान मद्र पर्वत पर एक बूंद गिरी, जिससे पौधा उगा. इस पौधे का रस सभी देवताओं को पसंद आई और भोलेनाथ इस पौधे को हिमालय लेकर गए थे.
इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा. माना जाता है कि इस दिन शिव और पार्वती का विवाह हुआ था. इसके अलावा, पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकला जहर पीया था. महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ को जल,भांग और धतूरा चढ़ाया जाता है. इसके अलावा, इस दिन 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करने से भी फायदा होता है.
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