Summer Solstice 2024: यह बात हम सभी जानते हैं कि एक साल में 365 दिन होते हैं और 21 जून उन सभी दिनों का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म अयनांत और ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता है. नासा के अनुसार, लैटिन में "सोल्स्टिस" शब्द का अर्थ है "सूर्य स्थिर रहता है". चलिए जानते हैं क्यों 21 जून को दिन सबसे लंबा होता है.
पृथ्वी 4 हेमिस्फेयर में बटी हुई है, जिसमें उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम हेमिस्फेयर शामिल है. इंडिया पृथ्वी के उत्तर हेमिस्फेयर में है. इस दिन सूरज उत्तर हेमिस्फेयर से चलकर भारत के बीच से जाने वाली लाइन, कर्क या कैंसर लाइन के ठीक ऊपर होता है. इसी कारण सूरज की किरण पृथ्वी पर ज़्यादा समय के लिए पड़ती हैं, जिससे दिन लंबा हो जाता है.
जब उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice) होता है, तब दक्षिणी गोलार्ध में शीतकालीन अयनांत (Winter Solstice) होता है, जो कि सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है.
ये दिन योग और अध्यात्म के लिए अच्छा माना जाता है. इसलिए भारत में इस दिन योगा दिवस मनाया जाता है, जबकि यूरोपीय देशों में इसे 'मिडसमर' या 'लिथा' के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है.
ब्रिटेन में इस दिन स्टोनहेंज के पास हजारों लोग ग्रीष्म संक्रांति का जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं, जहां वे गाते हैं, नाचते हैं और अपने परिवार और दोस्तों के साथ खूब मस्ती करते हैं.
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