(Hanuman Jayanti) पवन पुत्र हनुमान को शक्ति का प्रतीक माना जाता है. धार्मिक पुराणों के अनुसार हनुमान भगवान शिव के ग्यारहवें अवतार हैं(Ramayan). भय से मुक्ति और मानसिक शक्ति के लिए हनुमान जी की अराधना की जाती है (Hanuman Avtar). आइए आपको ले चलते हैं उत्तर भारत के कुछ ख़ास हनुमान मंदिरों में, जहां के दर्शन मात्र से आपका जीवन भयमुक्त होगा-
ये भी देखें: Amarnath Yatra 2022: दो साल बाद होने जा रहे हैं बाबा बर्फानी के दर्शन, मात्र 5000 रुपए में करें यात्रा
श्री हनुमान मंदिर, जाख़ू
मान्यता है कि लक्ष्मण मूर्छा के समय संजीवनी बूटी लाने जब हनुमान इस मार्ग से जा रहे थे तो इस स्थान पर विश्राम के लिए रुके थे. यहां पर हनुमान जी के चरणों के निशान की पुष्टि भी की जाती है.
बढ़े हनुमान, प्रयागराज
इन्हें लेटे हनुमान जी, किले वाले हनुमान जी और बांध वाले हनुमान जी के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि लंका पर जीत के बाद लौटते समय हनुमान जी को थकान महसूस होने लगी. सीता माता के कहने पर वो संगम पर ही लेट गए. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां मंदिर बनाया गया.
श्री हनुमानगढ़ी, अयोध्या
अयोध्या में स्थित हनुमान जी का ये मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. कहते हैं कि इस मंदिर में हनुमान जी सदैव वास करते हैं. लंका से लौटने के बाद अयोध्या में श्री राम ने हनुमान जी को ये निवास स्थान दिया था.
ये भी देखें: Jyotirlinga in India: भारत में स्थित इन बारह जगहों पर महादेव की है अखंड कृपा, अलौकिक ज्योतिर्लिंग
संकट मोचन, वाराणसी
ये मंदिर हर साल आयोजित होने वाले संकट मोचन संगीत समारोह के लिए जाना जाता है. इस समारोह की शुरुआत कई वर्षों पहले गोस्वामी तुलसीदास जी ने की थी. काशी प्रवास के दौरान तुलसीदास जी ने इस मंदिर की स्थापना की थी.
महावीर, पटना
बिहार में स्थित इस मंदिर में हनुमान जी की युग्म मूर्तियों के अलावा रामसेतु पत्थर भी है. यहां कि एक युग्म मूर्ति परित्राणाय साधूनाम् यानि अच्छे लोगों के काम पूरे करने वाली और दूसरी मूर्ति- विनाशाय च दुष्कृताम् यानि बुरे लोगों की बुराई दूर करने वाली है.